*नव कल्प*
आज के दिन
मुझे अपना दमन नहीं करना है
खुद को रोकना नहीं है
अपनी इच्छाओं को,अपने सपनों को,
अपनी ज़रूरतों को मुझे पूरा करना है,
इनके पूरा न होने से
मुझे जो कष्ट या वेदना होती है
वह मुझे स्वीकार नहीं है
मेरा एक स्वतंत्र अस्तित्व है
मेरी पहली ज़िम्मेदारी
अपने आप को खुश, संतुष्ट और तृप्त करना है
यह मेरी आत्मा के लिए ज़रूरी है
सारी दुनिया किसी न किसी बहाने से
मुझे दबाने का प्रयास करती है
मुझे खुद को नहीं दबाना है
जो मुझे दमित और वंचित रखना चाहता है
वो मेरा हितैषी नहीं है,
ईश्वर ने मुझे जो ज़िन्दगी जीने का
बेहतरीन अवसर दिया है
खुद का दमन करके मुझे
उसे बर्बाद नही करना
मुझे खोखली नैतिकता, झूठे आदर्शों की
बलि नहीं चढ़ना है आगे बढ़ना है
ज़िन्दगी में खुश रहना है
अपने जीवन को सार्थक करना है
@मन्यु आत्रेय
Bahut sahi sir 💐💐God bless you🙏🏼
ReplyDeleteAur ye phool bahut pyare hein👌
ReplyDeleteमुझे मेरे जीवन में खुद को खुश रखना है । मेरी पहचान मेरा अस्तितव
ReplyDeleteज़रूर और हमेशा
Delete