आज के दिन
जब सारी दुनिया नए साल का आगाज़ कर रही है
मुझे अपनी ज़िंदगी का नवीनीकरण करने का
संकल्प करना है और उसे पूरा करना है
इस बरस अपने जीवन में
दुनिया के बनाये हुए बंधनों और खुद के बनाये हुए दायरों से बाहर आना है
इस साल जीवन को नया रंग देना है
नए लोगों से मिलना है नई जगहों पर जाना है,
कुछ नया सीखना है, बहुत कुछ नया देखना है
कुछ नया पढ़ना है कुछ नया लिखना है,
कुछ नया रचना है, कुछ नया गाना है
इस साल पहनावे में बोलचाल में
खान पान में, तौर तरीक़ो में नयापन लाना है नई नई कल्पना करनी है, नए नए सपने देखने हैं और साकार करने हैं
नए इरादे करने हैं नए विकल्प तलाशने हैं
नई उम्मीद नया ढाढस, नई उमंग नया उत्साह , नया भरोसा नया साहस आजमाना है नया जोखिम उठाने से नहीं डरना है
जिससे प्रेम है उसे बता देना है,
जिसकी परवाह है उसे महसूस कराना है
इस साल अपनी आत्मा में और उजास भरना है
ज़िन्दगी के नीरसपन में नई प्यास भरनी है
जीने को प्रेरित करे जो वो हर एक आस करनी है
जो डर है उसको मिटाने की तरकीब सोचनी है
अपने पंखों को नई परवाज़ देनी है
नए साल में एक नई ज़िन्दगी का आग़ाज़ करना है
जो कुछ पुराना बांध लेता हो,
जीवन को बेमानी करता हो
उसका नवीनीकरण कर देना है
पुरानी हर नेमत को संजोना भी है
और नई नेमतों के लिए दामन साफ भी रखना है
जीवन को सबसे बेहतरीन तरीके से जीना है
और ये सिर्फ पहली जनवरी के जोश न बन जाये इसका खास खयाल रखना है
हर दिन ज़िन्दगी का नया साल मनाना है
क्योंकि हर दिन बाक़ी बची ज़िन्दगी का
पहला दिन ही तो होता है
@मन्यु आत्रेय